मुंबई (दानिश खान)भाभीजी घर पर हैं’ में अनोखे लाल सक्सेना के अपने लोकप्रिय किरदार से पहचान बनाने वाले अभिनेता सानंद वर्मा का मानना है कि अब कॉमेडी फिल्मों का समय है। उनका कहना है कि हर दिन लोग बेहतर कंटेंट लेकर आ रहे हैं और दर्शकों को भी अब हल्का-फुल्का मनोरंजन ज्यादा पसंद आ रहा है।
“मुझे लगता है कि कॉमेडी फिल्में अब तेजी से फल-फूल रही हैं। बड़े बजट की एक्शन फिल्मों से लोग ऊब चुके हैं। पिछले पांच महीनों में मैंने तीन ऐसी फिल्में की हैं जिनमें कॉमिक एलिमेंट्स थे,” सानंद कहते हैं।
“हर जॉनर की अपनी ऑडियंस होती है, लेकिन असली मायने फिल्ममेकिंग के होते हैं, न कि केवल जॉनर के। आजकल थ्रिलर और डार्क फिल्मों में भी कॉमेडी का तड़का लगाया जा रहा है। एंटरटेनमेंट सबसे ज़रूरी है, और कॉमेडी कभी गायब नहीं होगी। व्यक्तिगत रूप से मुझे थ्रिलर और मर्डर मिस्ट्री देखना बहुत पसंद है।”
एक्टर होने की खूबसूरती पर बात करते हुए वे कहते हैं, “एक आम इंसान सिर्फ एक ज़िंदगी जीता है, लेकिन एक अभिनेता कई ज़िंदगियाँ जीता है। यही सबसे ज़्यादा रोमांचक होता है। अलग-अलग भावनाओं को जीने की चुनौती ही मुझे एक्टिंग में बनाए रखती है।”
वो यह भी मानते हैं कि लगातार सीखना बहुत ज़रूरी है। “मैं लोगों को ऑब्ज़र्व करता हूं, दूसरों से सीखता हूं और हमेशा खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करता हूं। अपने हुनर का सही इस्तेमाल करना जरूरी है, नहीं तो एक अभिनेता रुक जाता है,” वे कहते हैं।
अपने को-स्टार्स के साथ केमिस्ट्री को लेकर सानंद बताते हैं, “मैं बहुत सोशल इंसान नहीं हूं। मुझे दिखावे वाली दोस्ती में विश्वास नहीं है। मैं सच्चे कनेक्शन में यकीन रखता हूं। सेट पर एक-दूसरे की भावनाओं को समझना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि वही परफॉर्मेंस में नजर आता है।”