मुंबई(शिब्ली रामपुरी) किसी भी एक्टर के लिए कोई एक रोल निभाना भी काफी कठिन होता है लेकिन नवरस कथा कोलाज फिल्म की बात अलग है जिसमें परवीन हिंगोनिया ने पूरी फिल्म में 9 अलग अलग रोल निभाए हैं और हर रोल को उन्होंने दमदार रोल बना दिया है.
इस फिल्म को देखने के लिए जब वहां पर पहुंचा और फिल्म देखी गई तो यह फिल्म सिर्फ एक फिल्म नहीं है क्योंकि इस फिल्म में एक मुद्दे को नहीं उठाया गया बल्कि इस फिल्म में कई मुद्दों पर फोकस किया गया है और फिल्म बहुत ही अच्छे तरीके से उन मुद्दों को न सिर्फ छूती है बल्कि प्रमुखता से उठाती भी है और इस फिल्म को देखने वाले दर्शक काफी कुछ सोचने पर मजबूर भी होते हैं कि क्या ऐसा भी हो सकता है?
वैसे तो इस फिल्म में जो हिंसनात्मक दृश्य दिखाए गए हैं वह फिल्म की कहानी के मुताबिक सटीक बैठते हैं लेकिन कुछ जगह पर उन दृश्यों को ज्यादा बढ़ाकर पेश कर दिया गया है जो फिल्म में एक खामी लगती है बाकी तो फिल्म ने दर्शकों को शुरू से लेकर अंतिम समय तक बांधे रखा है और विशेष तौर पर जो फिल्म के अंदर बाप बेटे की जज्बाती कहानी को लास्ट में दिखाया गया है वह दर्शकों के दिल को छू जाता है और जब इस बारे में प्रवीण हिंगोनिया से बात हुई तो उन्होंने बताया कि फिल्म में उनके जो बेटे का रोल निभाया है दरअसल में वास्तव में वह उनके पुत्र ने ही यह किरदार फिल्म में निभाया है. प्रवीण हिंगोनिया इस फिल्म के न सिर्फ लेखक निर्देशक बल्कि अभिनेता भी हैं. उनके अलावा भी इस फिल्म में जिन कलाकारों ने काम किया है उन्होंने भी अपने रोल के साथ पूरी तरह न्याय किया है. यह फिल्म समाज के हर वर्ग के लिए है क्योंकि जो फिल्म में मुद्दे दिखाए गए हैं वह कहीं ना कहीं सामाजिक दृष्टिकोण से किसी न किसी से जुड़े हुए हैं.
इस फिल्म को 3 स्टार दिए जा सकते हैं क्योंकि इसकी कहानी वास्तविक जिंदगी से काफी जुड़ी हुई है.