क्राइम ब्रांच को शक है कि इनमें से करीब 40 प्रतिशत आधार कार्ड फर्जी दस्तावेज पर बनाए गए
मुंबई:क्राइम ब्रांच जब्त लैपटॉप्स से सारी डिटेल निकाल रही है। जिस महानगरपालिका या नगरपालिका के बर्थ सर्टिफिकेट हैं, वहां जाकर इन सभी को वेरिफाई किया जाएगा। जिन वकीलों के जरिए एफिडेविट बनवाए गए, उनसे भी पूछताछ की जाएगी।
क्राइम ब्रांच की यूनिट-6 ने गोवंडी में दो आधार सेंटर पर रेड डाली। डीसीपी राज तिलक रौशन ने गुरुवार को बताया कि हमने तीन आरोपियों मेहफूज खान, रेहान खान और अमन पांडेय को गिरफ्तार किया है। मेहफूज और अमन आधार सेंटर के मालिक थे।यह दोनों आधार सेंटर सरकार की परमिशन लेकर ही चल रहे थे। दोनों ही सेंटर पर रोज 30 से 40 आधार कार्ड बनते थे। पिछले कुछ महीनों में यहां करीब 4000 आधार कार्ड बने। क्राइम ब्रांच को शक है कि इनमें से करीब 40 प्रतिशत आधार कार्ड फर्जी दस्तावेज पर बनाए गए। दोनों ही आधार सेंटर से लैपटॉप, प्रिंटर और मोबाइल जब्त किए गए हैं।सीनियर इंस्पेक्टर रवींद्र सालुंखे ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी आधार कार्ड के लिए जरूरी बर्थ सर्टिफिकेट, एफिडेविट और बिजली के बिल फर्जी बनाते थे। फिर इन्हें सिस्टम में स्कैन कर फर्जी दस्तावेज पर आधार कार्ड बनाते थे। इसके लिए आरोपी 1400 से 2000 रुपये लेते थे।