भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान महाराष्ट्र के धुले जिले के दोंडाइचा गांव में लोगों से बातचीत करते हुए गांधी ने कहा कि देश में जाति आधारित जनगणना कराना एक ऐतिहासिक और क्रांतिकारी कदम साबित होगा। राहुल गांधी ने यह दावा किया कि मीडिया, निर्वाचन आयोग, प्रशासन, निजी अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों जैसे क्षेत्रों में सामान्य वर्ग के गरीबों, दलितों, आदिवासियों या अल्पसंख्यकों का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अमीरों के 16 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिये हैं तो वह किसानों का बकाया माफ क्यों नहीं कर सकती?