राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ”चुनावी फायदे के लिए ‘न्याय की हत्या’ की प्रवृत्ति लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरनाक है. आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने एक बार फिर देश को बता दिया कि ‘अपराधियों का संरक्षक’ कौन है. बिलकिस बानो का अथक संघर्ष, अहंकारी बीजेपी सरकार के विरुद्ध न्याय की जीत का प्रतीक है.सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो केस के 11 दोषियों की रिहाई से जुड़े गुजरात सरकार के आदेश को सोमवार को रद्द कर दिया. गैंगरेप और हत्या के दोषी लगभग 15 साल जेल में बिताने के बाद अगस्त 2022 में रिहा हुए थे. शीर्ष अदालत के इस फैसले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की.